दीपक अधिकारी
हल्द्वानी
उत्तराखंड में स्थायी निवास प्रमाण पत्रों में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त शब्दों में कहा कि “फर्जीवाड़ा किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” उनके निर्देश के बाद जिला प्रशासन और पुलिस तंत्र ने पिछले पांच वर्षों में जारी सभी डोमिसाइल प्रमाण पत्रों की गहन जांच शुरू कर दी है।मामला बनभूलपुरा क्षेत्र से शुरू हुआ, जहां जांच में पता चला कि अरायजनवीस फैजान मिकरानी ने किसी अन्य व्यक्ति के दस्तावेजों का गलत उपयोग कर बाहरी व्यक्ति के लिए फर्जी डोमिसाइल बनवाया। यह खुलासा कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत की जांच में हुआ मुख्यमंत्री धामी ने गृह सचिव शैलेश बगौली को निर्देश दिया कि नैनीताल, हरिद्वार, उधम सिंह नगर और देहरादून जिलों में भी इसी तरह की संभावित गड़बड़ियों की जांच की जाए। इसके बाद जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल ने सभी उपजिलाधिकारियों को आदेश दिए कि पिछले पांच वर्षों में बनाए गए सभी स्थायी निवास प्रमाण पत्रों की दस्तावेज-दर-दस्तावेज गहन जांच की जाए।एसडीएम हल्द्वानी राहुल साह ने तुरंत जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसी भी गड़बड़ी पाए जाने पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी, चाहे वह सरकारी कर्मचारी हो, एजेंट या लाभ पाने की कोशिश करने वाला व्यक्ति। यह मामला प्रशासनिक लापरवाही के साथ-साथ राज्य की संवेदनशील व्यवस्थाओं पर खतरे का संकेत भी है। सरकार और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई से उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में ऐसे फर्जीवाड़ों पर कड़ी रोक लग सकेगी।



