दीपक अधिकारी


हल्द्वानी
देहरादून। लगातार बारिश और आपदा के कारण पांच दिन स्थगित रहने के बाद शनिवार से चारधाम यात्रा पुनः शुरू होगी। शुरुआत में केवल बदरीनाथ और केदारनाथ धामों के लिए यात्रा की अनुमति दी गई है। गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि मौसम में सुधार को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है चारधाम यात्रा एक से पांच सितंबर तक स्थगित रही। यमुनोत्री धाम की स्थिति अभी सामान्य नहीं है और वहां यात्री आवागमन में कुछ और दिन लग सकते हैं। गंगोत्री धाम के संबंध में जिला प्रशासन शनिवार को निर्णय लेगा। जिलाधिकारी उत्तरकाशी प्रशांत आर्य ने बताया कि यमुनोत्री क्षेत्र में अभी भी कठिनाइयां बनी हुई हैं एसडीसी फाउंडेशन की रिपोर्ट बताती है कि इस वर्ष यात्रा पर प्राकृतिक आपदाओं का गहरा असर देखने को मिला। यमुनोत्री धाम में 26 दिन, गंगोत्री में 31 दिन, बदरीनाथ में 11 दिन और केदारनाथ में आठ दिन यात्रा बाधित रही। इस अवधि में 89 दिन ऐसे भी रहे जब चारों धामों में यात्रियों की संख्या हजार से कम दर्ज की गई। इससे तीर्थाटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था दोनों प्रभावित हुए हेमकुंड साहिब की यात्रा भी बारिश और आपदाओं से प्रभावित रही। लगातार मौसम की मार और रास्तों में रुकावटों ने श्रद्धालुओं की आस्था और धैर्य की परीक्षा ली। अब मौसम सुधरने के साथ श्रद्धालुओं को उम्मीद है कि यात्रा सुचारू रूप से आगे बढ़ेगी चारधाम यात्रा उत्तराखंड की संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। सरकार और प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए धामों में व्यवस्थाएं मजबूत करने का आश्वासन दिया है। फिलहाल, दो धामों के खुलने से यात्रियों और स्थानीय लोगों में राहत और उत्साह का माहौल है।
