दीपक अधिकारी
हल्द्वानी
देहरादून। उत्तराखण्ड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) ने स्मार्ट मीटरों को लेकर बढ़ती शिकायतों के बीच बड़ा कदम उठाया है। प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में 22 नवंबर 2025 को हुई समीक्षा बैठक के बाद यह स्पष्ट निर्देश जारी किए गए कि जब तक स्मार्ट मीटरों से जुड़ी सभी शिकायतों का निस्तारण नहीं हो जाता, तब तक प्रदेश में स्मार्ट मीटर बदलने का कार्य तत्काल प्रभाव से रोका जाए बैठक में जनप्रतिनिधियों और उपभोक्ताओं से लगातार मिल रही शिकायतों पर गंभीरता से विचार किया गया। निर्देशों में कहा गया है कि फिलहाल केवल NSC (नई सेवा कनेक्शन) और IDF मीटरों को ही स्मार्ट मीटरों से बदला जाएगा, बाकी क्षेत्रों में मीटर परिवर्तन पर रोक रहेगी UPCL ने सभी उपखण्डों को विशेष मेगा कैंप आयोजित करने के आदेश दिए हैं, जहाँ स्मार्ट मीटरों से संबंधित शिकायतों का समाधान किया जाएगा। इन कैंपों में AMISP (AMI Service Provider) के कार्मिकों की अनिवार्य उपस्थिति तय की गई है, ताकि तकनीकी शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण हो सके साथ ही, क्षेत्रीय मुख्य अभियंताओं को यह दायित्व सौंपा गया है कि वे अपने क्षेत्र की सभी शिकायतों के समाधान की पुष्टि करते हुए रिपोर्ट मुख्यालय को उपलब्ध कराएँ। मुख्यालय से स्वीकृति मिलने के बाद ही स्मार्ट मीटर बदलने की प्रक्रिया को दोबारा शुरू किया जाएगा इन निर्देशों पर मुख्य अभियंता (सम्बद्ध) एवं निदेशक (परिचालन) बी.एम.एस. परमार ने पत्र जारी किया है। UPCL के इस कदम से उम्मीद जताई जा रही है कि उपभोक्ताओं की समस्याओं का प्रभावी समाधान होगा और स्मार्ट मीटरिंग प्रणाली में पारदर्शिता व भरोसा बढ़ेगा



