दीपक अधिकारी
हल्द्वानी
हल्द्वानी – गोरापड़ाव स्थित लालकुआं स्टोन क्रेशर के पास दुखद घटना हुई है. जहां एक ओवरलोड ट्रक ने छात्र को कुचल दिया जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गयी है, मौत के कारण क्षेत्र में शोक का माहौल बना है. प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां गोरापड़ाव स्थित लालकुआं स्टोन क्रेशर के सामने आज सुबह हाथीखाल निवासी 7 वर्षीय अरविंद को उसके पिता राधेश्याम कश्यप स्कूल ले जा रहे थे। इसी दौरान वहां से गुजर रहे 18 टायरा ट्रक स्टोन क्रशर के मुख्य द्वार के समीप सड़क पर बने गड्ढे के चक्कर में छात्र ट्रक की चपेट में आ गया, चपेट आने से गंभीर रूप से घायल बच्चे को प्रत्यक्षदर्शी तुरंत उठाकर डॉ सुशीला तिवारी चिकित्सालय हल्द्वानी ले गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया, उक्त घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया, आनन फानन में ग्रामीण मौके पर एकत्र हुए, हल्द्वानी मंडी चौकी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालने का प्रयास किया परंतु लोग नहीं माने।
धरने पर बैठी महिलाएं –
घटना के बाद ग्रामीणों, खासकर हाथीखाल क्षेत्र की महिलाओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की और सड़क निर्माण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका कहना है कि स्टोन क्रेशर से लगातार भारी वाहनों का आवागमन होने के बावजूद सड़क का न बनना, प्रशासन की घोर लापरवाही है। महिलाओं का यह भी कहना था कि इस रास्ते से सैकड़ों ओवरलोड वाहन गुजरते हैं, जिनसे सड़क की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, और अब यह सड़क दुर्घटनाओं के लिए कारण बन रही है।
सड़क की जर्जर हालत और प्रशासन की उपेक्षा –
घटना की वजह बनी सड़क के गड्ढे, जो पहले से ही खराब थी, से यह साबित होता है कि स्टोन क्रेशर से भारी वाहनों का गुजरना, बिना सड़क निर्माण के लगातार दबाव बनाना, और इस पर प्रशासन का ध्यान न देना स्थानीय लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि कई बार सड़क के पुनर्निर्माण की मांग की गई, लेकिन अब तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया। सम्भावना है कि इस घटना के बाद प्रशासन इस क्षेत्र की जर्जर सड़कों और ट्रैफिक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर कदम उठाएगा। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन को एक इंसान की जान जाने के बाद ही सुधार के लिए प्रेरित किया जाएगा, या इससे पहले ही वह जिम्मेदारी निभाएंगे?