
दीपक अधिकारी


हल्द्वानी
– राज्य का पहला विश्वविद्यालय बना जिसने SWAYAM प्लेटफॉर्म पर संचालित किए सर्वाधिक MOOCs कोर्स, अब तक दो लाख से अधिक शिक्षार्थी जुड़े
एंकर : हल्द्वानी में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (UOU) ने एक बार फिर ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अग्रणी भूमिका साबित की है। विश्वविद्यालय ने भारत सरकार के SWAYAM प्लेटफॉर्म पर उत्तराखंड के सभी विश्वविद्यालयों में सबसे अधिक Massive Open Online Courses (MOOCs) सफलतापूर्वक संचालित कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। जुलाई 2025 सत्र में विश्वविद्यालय द्वारा संचालित 12 MOOCs में कुल 42,254 शिक्षार्थियों ने नामांकन किया, यह किसी एक सत्र में अब तक का सबसे बड़ा आँकड़ा है। साइबर सुरक्षा, डिजिटल फॉरेंसिक्स, वेब टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट, एजुकेशन और लाइफ स्किल्स जैसे विषयों पर आधारित ये कोर्स विश्वविद्यालय की डिजिटल नवाचार क्षमता को दर्शाते हैं विश्वविद्यालय का प्रमुख कोर्स “Introduction to Cyber Security” भारत के शीर्ष non-NPTEL MOOCs में लगातार शामिल है, जिसके अब तक 1.29 लाख नामांकन हो चुके हैं। इसी प्रकार “Web Technology” और “Digital Forensics” कोर्सों ने भी क्रमशः 26,225 और 24,168 नामांकन के साथ उल्लेखनीय सफलता दर्ज की है। अब तक विश्वविद्यालय के MOOCs में कुल 2,06,536 शिक्षार्थी जुड़ चुके हैं, जिनमें 60 से अधिक देशों के विद्यार्थी शामिल हैं।कुलपति प्रो. नवीन चंद्र लोहानी ने कहा, “दो लाख से अधिक नामांकन केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि यह उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में शिक्षार्थियों के विश्वास और गुणवत्ता का प्रमाण है। हमारा उद्देश्य उच्च शिक्षा को अधिक सुलभ, लचीला और जीवनोपयोगी बनाना है विश्वविद्यालय NEP-2020, NCrF और NSQF के लक्ष्यों के अनुरूप life-long learning और skill-based education को प्रोत्साहित कर रहा है हाल ही में SWAYAM बोर्ड ने विश्वविद्यालय के एक कोर्स का चयन 8 भारतीय भाषाओं में अनुवाद हेतु किया है, जो क्षेत्रीय भाषाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। UOU अब हिंदी माध्यम में MOOCs विकसित करने की दिशा में भी अग्रसर है, जिसमें आगामी कोर्स “AI for All” कृत्रिम बुद्धिमत्ता को जनसुलभ बनाने का प्रयास होगा। साथ ही, विश्वविद्यालय ने एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) परियोजना के अंतर्गत Educational Multimedia Production Centre (EMPC) की स्थापना का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है ताकि डिजिटल कंटेंट निर्माण और प्रसारण की क्षमता और बढ़ाई जा सके। यह उपलब्धि न केवल उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के नवाचार, दृष्टि और समर्पण की प्रतीक है, बल्कि राज्य में डिजिटल उच्च शिक्षा के नए युग की शुरुआत भी है।












