दीपक अधिकारी
हल्द्वानी
बागेश्वर जिले के गरुड़ तहसील के दाबू गांव में 18 वर्षीय हेमा बिष्ट की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत और उसके बाद की घटनाओं ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजस्व पुलिस ने दो महिला ग्राम प्रधानों समेत कई ग्रामीणों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई मृतका की नानी की शिकायत पर की गई है।बता दे कि विगत 3 नवंबर को दाबू गांव के पास जंगल में हेमा बिष्ट का शव एक पेड़ से लटका हुआ मिला। घटना की सूचना दिए बिना ही ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने पंचायत बुलाई और उसी दिन शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मृतका की नानी गीता देवी, निवासी देवाल, चमोली ने तहरीर में आरोप लगाया कि उनकी नातिन की हत्या कर इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई। बिना पोस्टमार्टम के शव का अंतिम संस्कार किया गया, जिससे साक्ष्य नष्ट होने का खतरा है।गीता देवी ने यह भी बताया कि मृतका के दादा ने फोन पर ग्रामीणों से अंतिम संस्कार रोकने को कहा था, लेकिन उनकी बात अनसुनी कर दी गई। राजस्व उपनिरीक्षक कुंदन प्रसाद के अनुसार, गीता देवी की शिकायत पर दाबू और पय्या गांव की ग्राम प्रधानों समेत अंतिम संस्कार में शामिल अन्य ग्रामीणों के खिलाफ हत्या और सबूत मिटाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।गीता देवी का आरोप है कि उनकी नातिन के साथ कोई अप्रिय घटना हुई और इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पेड़ से लटकाया गया। हल्द्वानी के एक सामाजिक संगठन की मदद से यह मामला उठाया गया और प्राथमिकी दर्ज कराई गई। मृतका की मां का पहले ही देहांत हो चुका है, और परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद सामाजिक संगठनों और पुलिस से है।