दीपक अधिकारी
हल्द्वानी
नैनीताल जिले भीमताल-धारी के बबियाड तोक बिरसिंग्या गांव में सड़क न होने से मरीजों को मुख्य सड़क तक पहुंचाने के लिए ग्रामीणों को पैदल चलना पड़ता है, जो न केवल समय-साध्य है बल्कि जीवन के लिए भी जोखिम भरा है। महिला को डोली के सहारे मुख्य सड़क तक लाना ग्रामीणों के सामूहिक प्रयासों और उनकी मजबूरी को दर्शाता है। यह समस्या केवल स्वास्थ्य सुविधाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह पलायन और रोजगार के अवसरों पर भी गहरा प्रभाव डालती है। युवा समाजसेवी दीपक सिंह मेवाड़ी और अन्य ग्रामीणों का सरकार और संबंधित विभागों से मांग करते हुए कहा कि संबंधित प्रशासनिक तंत्र इस पर तत्काल ध्यान दें और सड़क निर्माण जैसी बुनियादी जरूरतों को प्राथमिकता दें। यह स्थिति उत्तराखंड के उन सुदूर इलाकों की ओर भी ध्यान खींचती है, जहां सड़क और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच अब तक सपना बनी हुई है। हालांकि सरकार द्वारा लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। जिसको लेकर सुदूर पहाड़ों में चिकित्सकों की तैनाती की जा रही है ताकि ग्रामीण आंचल में रह रहे लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके।