दीपक अधिकारी
हल्द्वानी
हल्द्वानी: आरटीआई कार्यकर्ता भुवन पोखरिया पर सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने का हल्द्वानी कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है. एलआईयू सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने हल्द्वानी कोतवाली में पुलिस में ताहिर देते हुए बताया है की भुवन पोखरिया पुत्र पीताम्बर दत्त निवासी चोरगलिया कुछ लोगो के साथ बहुउदेशीय पुलिस भवन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल के पेशकार कार्यालय में आया इस दौरान भुवन पोखरिया जोर जोर से बोलने रहा था.जब कार्यालय से बाहर निकाल कर भुवन पोखरिया को समझाने का प्रयास किया परन्तु पोखरिया उग्र होकर मुझे गाली गलौज करते हुए कहा कि मेरे ऊपर जानलेवा हमला करने की कोशिश की गई है आपका एलआईयू कहां है इस दौरान भुवन पोखरिया द्वारा पुलिस के उच्च अधिकारियों को भी अपशब्द से संबोधित किया जा रहा था.भुवन पोखरिया द्वारा कहा गया कि तुम मुझसे कौन होते हो बात करने वाले अपने अधिकारियो को सूचना दो इनके द्वारा अति उग्र होकर डरा धमकाकर उसके परिवार के लिए भी अपशब्द कहे गए भुवन पोखरिया का आक्रोश देखा अपना बचाव करते हुए उस कमरे से वाहर निकल गया उसके कुछ समय उपरान्त भुवन पोखरिया कुछ लोगो के साथ पुलिस अधीक्षक नगर के कार्यालय चला गया भुवन पोखरिया द्वारा अधिकारियो के प्रति अभद्रतापूर्ण आचरण करने तथा राजकीय कार्य बाधित करने की कोशिश की. स्थिति को देखते हुए प्रभारी निरीक्षक हल्द्वानी को सूचित किया गया.पूरे मामले में एलआईयू सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार द्वारा भुवन पोखरिया के ऊपर सरकारी कार्य में बाधा और गाली-गलौज करने का मुकदमा दर्ज कराया है फिलहाल पुलिस पूरे मामले में पुलिस भुवन पोखरिया से पूछताछ कर रही है हल्द्वानी कोतवाली प्रभारी राजेश यादव ने बताया कि एलआईयू सब इंस्पेक्टर के तहरीर पर भुवन पोखरिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है. सीसीटीवी और वीडियो फुटेज के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.गौरतलाब हैं की गौलापार निवासी आईटीआई कार्यकर्ता भुवन पोखरिया ने 2 दिन पहले आरोप लगाया था कि अज्ञात हमलावरो ने तलवार से उनके ऊपर हमला करने की कोशिश की गई जिसमें उनके कार का शीशा टूट गया था.बुधवार को पुलिस पर कार्रवाई न करने और सुरक्षा मांगने के लिए भुवन अपनी पत्नी व साथियों के साथ पुलिस बहुउद्देशीय भवन पहुंच गए। एसएसपी को कार्यालय में न पाकर भुवन ने हंगामा शुरू कर दिया। एलआईयू के एसआई मनोज ने उन्हें समझाने और शांत करने की कोशिश की, लेकिन उनका पारा और चढ़ता गया। वह अपशब्द बोलने लगे। कहने लगे, कहां है यहां का कप्तान। आरोप है कि उन्होंने एसआई को भी अपशब्द कहे.