दीपक अधिकारी
हल्द्वानी
हल्द्वानी:इस वर्ष दीपावली की तारीख को लेकर लोगों के मन में भ्रम की स्थिति बनी हुई है कि आखिरकार दिवाली कब मनाई जाय.लगातार लोगों के मन में संशय बना हुआ कि इस बार दिवाली 31 अक्टूबर या फिर 01 नवंबर को मनाई जाय. इसको लेकर हल्द्वानी में प्रांतीय उद्योग व्यापार द्वारा एक आयोजित कार्यक्रम में ज्योतिषाचार्यों को एक मंच में आमंत्रित किया जो दीपावली के संदर्भ में ज्योतिष एवं अन्य गणनाओं के अनुसार एक मत बनाकर दीपावली को किस दिन मनाया जाए इस पर विचार किया ताकि सभी लोग एक ही दिन दीपावली का पर्व मना सकें. जहां अलग-अलग क्षेत्र से पहुंचे ज्योतिषाचार्य और विद्वानों ने ज्योतिष गणना के अनुसार एकमत से 1 नवंबर को दीपावली पर्व को मनाने की अपील की.कुमाऊं मंडल के जाने-माने ज्योतिष आचार्य डॉ नवीन चंद्र जोशी ने बताया कि इस वर्ष कार्तिक अमावस्या की तिथि एक दिन के बजाय दो दिन पड़ रही है. दिवाली की डेट को लेकर आपके मन में चल रही दुविधा को दूर करने के लिए अनुभवी, विद्वान ज्योतिषाचार्यों और देशभर के प्रमुख ज्योतिष और संस्कृत संस्थानों से बात कर निर्णय लिया गया है कि एक नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी.हिंदू धर्म में तिथियों का विशेष महत्व होता है और इनमें उदया तिथि का तो और भी महत्व होता है हिंदू धर्म में व्रत-त्योहार उदया तिथि के आधार पर ही मनाया जाता है. उदया तिथि से मतलब दिन में सूर्योदय के समय जो तिथि होती है उसको ही महत्व दिया जाता है.इस तरह से उदया तिथि को महत्व देते हुए दिवाली 01 नवंबर को मनाना जाना उत्तम रहेगा. इस मौके पर ज्योतिष आचार्य डा. जगदीश चन्द्र भट्ट, डॉ नवीन जोशी, गोपाल दत्त भट्ट (व्यास जी), दीपक जोशी (रामदत्त जोशी पंचांग निर्माता), श्रीमती मंजू जोशी, गोपाल दत्त त्रिपाठी, डॉ नवीन बेलवाल , डॉ राजेश जोशी, मनोज उपाध्यक्ष कर एक मंच 1 नवंबर को दीपावली मनाने की बात कही.