
दीपक अधिकारी

हल्द्वानी
उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान पर विवाद गहराता जा रहा है। उनके कथित रूप से पहाड़ी समाज के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर कांग्रेस और विभिन्न संगठनों ने राज्यभर में विरोध-प्रदर्शन तेज कर दिए वहीं सोशल मीडिया पर भी प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।बता दें लगातार बढ़ते विरोध के बीच अब मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल बैकफुट पर आ गए हैं। उन्होंने अपने बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए खेद प्रकट किया है। प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा, “उत्तराखंड में रहने वाले सभी लोग मेरे परिवार का हिस्सा हैं। अनजाने में यदि किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं हृदय से खेद प्रकट करता हूं। साथ ही उन्होने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया और उनका उद्देश्य उत्तराखंड की विविधता को एक गुलदस्ते की खूबसूरत” के रूप में दिखाना था। हालांकि विपक्ष और प्रदर्शनकारी संगठनों ने अग्रवाल के खेद को नाकाफी बताते हुए कार्रवाई की मांग जारी रखी है। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि धामी सरकार इस मामले को शांत करने के लिए क्या कदम उठाती है।





