दीपक अधिकारी
हल्द्वानी
हल्द्वानी जेल में रहकर सांप्रदायिक षड्यंत्र रचने वाले बनभूलपुरा हिंसा के आधा दर्जन आरोपियों को अल्मोड़ा और हरिद्वार जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। इन सभी ने एक मामूली से विवाद को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की थी। बनभूलपुरा हिंसा के आरोपियों को उप कारागार हल्द्वानी की बैरक नंबर दो में रखा गया है। 26 जुलाई को हिंसा के दो आरोपियों का एक अन्य बंदी से विवाद हो गया था। पसीने की बदबू आने पर दूसरे बंदी ने हिंसा के आरोपियों से दीवार से हाथ नीचे रख कर खड़े होने को कहा था। इसको लेकर कारागार में जमकर विवाद हुआ था। 29 जुलाई इन्हीं हिंसा के आरोपियों ने मामले का सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की।आरोप लगाया कि कारागार के नाई ने उनकी दाढ़ी काट दी। इस मामले की गाज एक बंदी रक्षक पर गिरी और उसकी ड्यूटी एक माह के लिए कारागार द्वार पर लगा दी गई। हिंसा के आरोपियों ने बंदी रक्षक पर अभद्र भाषा इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था मामला जेल से बाहर आया तो एलआईयू और इंटेलीजेंस ने भी जांच शुरू कर दी। 30 जुलाई को आईजी जेल ने मामले में रिपोर्ट तलब कर ली। पुलिस, एलआईयू और इंटेलीजेंस की संयुक्त रिपोर्ट में सांप्रदायिक षड्यंत्र की बात सही पाई गई। माना गया कि यदि यह आरोपी साथ रहे तो दोबारा षड्यंत्र रच सकते हैं। इसको देखते हुए जेल प्रशासन ने तीन आरोपियों को अल्मोड़ा जेल और तीन को हरिद्वार जेल शिफ्ट कर दिया। अधीक्षक प्रमोद पांडे ने बताया कि आईजी जेल विमला गुंज्याल के निर्देश पर विवाद में शामिल सभी छह आरोपियों को दूसरी जेलों में सोमवार सुबह शिफ्ट किया गया है।