दीपक अधिकारी


हल्द्वानी
कहते हैं कि कला अपनी प्रतिभा का पहचान करवाकर मानती है। ऐसा ही कुछ हल्द्वानी के नवाबी रोड के रहने वाले 17 साल के शौर्य शाह गंगोला ने किया है जो कि पिछले कई सालों से दशहरे के लिए रावण का पुतला खुद घर पर तैयार करते हैं। शौर्य की अद्भुत कला को देख पूरे क्षेत्र के लोग दंग रह जाते हैं क्योंकि रावण के बेहद आकर्षक और आधुनिक तरीकों से पुतले तैयार करना बेहद चुनौती पूर्ण माना जाता है लेकिन शौर्य कक्षा 6 से रावण के पुतले तैयार कर रहे हैं। सॉरी का कहना है कि उनका पुतला तैयार करने की कला उनके बड़े बुजुर्गों से मिली है क्योंकि वह भी अल्मोड़ा की प्रसिद्ध रामलीला में विश्व प्रसिद्ध पुतले के कारीगर हैं। लिहाजा कक्षा 6 से शौर्य भी हल्द्वानी में रहकर यहां अपने मोहल्ले वाले के लिए रावण का पुतला तैयार कर दशहरे की दशहरे के दिन उसे दहन करते हैं।
