दीपक अधिकारी


हल्द्वानी
देहरादून। आईएसबीटी और उसके आसपास यातायात अव्यवस्था और अवैध रूप से संचालित हो रही प्राइवेट बसों पर लगाम कसने के लिए परिवहन विभाग ने सख्त अभियान चलाया है। 5 अक्टूबर से शुरू हुए इस विशेष चेकिंग अभियान में आरटीओ की प्रवर्तन टीमों ने व्यापक कार्रवाई करते हुए 75 बसों के चालान किए, जिनमें से 21 को सीज कर दिया गया। अभियान के दौरान आईएसबीटी के बाहर और मुख्य मार्गों पर खड़ी बसों द्वारा सवारियां बैठाने और उतारने, यातायात बाधित करने तथा बिना एग्रीगेटर लाइसेंस के ऑनलाइन बुकिंग करने जैसी गड़बड़ियां सामने आईं।प्रवर्तन अधिकारियों ने ओला, उबर, रैपिडो जैसे अधिकृत एग्रीगेटर्स का हवाला देते हुए स्पष्ट किया कि बिना लाइसेंस के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए बुकिंग करना गैरकानूनी है। कार्रवाई में न केवल प्राइवेट बसें बल्कि रोडवेज की एक बस भी फंस गई, जिसका परमिट मई 2024 में समाप्त हो चुका था। उस बस को सीज कर निगम को सभी वाहनों के दस्तावेज समय पर अद्यतन रखने के निर्देश दिए गए। संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन एवं सड़क सुरक्षा) डॉ. अनीता चमोला ने बताया कि अभियान देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की और विकासनगर में दो पालियों में सुबह 5 बजे से 9 बजे तथा रात 7 बजे से 11 बजे तक चल रहा है। उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था सुधारने और अवैध संचालन पर अंकुश लगाने के लिए आगे भी ऐसी सघन कार्रवाई जारी रहेगी।
