
दीपक अधिकारी

हल्द्वानी
हल्द्वानी, 20 अप्रैल: शिक्षा व्यवस्था में हो रहे शोषण और शहर की स्वच्छता समस्याओं के खिलाफ आज बुध पार्क, हल्द्वानी में एक ज़ोरदार धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। यह धरना पिछले नौ हफ्तों से हर रविवार को लगातार दिया जा रहा है, जिसकी अगुवाई सामाजिक कार्यकर्ता दीप चंद्र पांडे कर रहे हैं दीप चंद्र पांडे ने कहा, “शिक्षा हमारा मौलिक अधिकार है, लेकिन कुछ लोग इसे व्यापार बना चुके हैं। सरकार को तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए।”धरने में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के अध्यक्ष पी. सी. तिवारी के द्वारा कई अहम मुद्दों को उठाया गया, जिनमें शिक्षा के व्यावसायीकरण पर रोक, स्कूल यूनिफॉर्म और अन्य महंगे सामानों की अनिवार्यता खत्म करने की मांग प्रमुख रही। उत्तराखंड क्रांति दल के मोहन काण्डपाल ने शिक्षकों के लिए उचित वेतन और कार्य घंटे सुनिश्चित करने, पाठ्यपुस्तकों की खरीद में पारदर्शिता लाने और विद्यार्थियों व अभिभावकों पर बढ़ते आर्थिक बोझ को कम करने की अपील की सुराज सेवा दल से विशाल शर्मा ने सवाल उठाया कि जब हर महीने ₹60 और साल भर में स्वच्छता टैक्स लिया जाता है, तो फिर शहर में जगह-जगह कचरा क्यों फैला है? उन्होंने हल्द्वानी को हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने की अपील की और कहा कि अब सिर्फ योजनाएं नहीं, जमीनी स्तर पर एक्शन चाहिए धरने में स्वच्छता से जुड़े कई मुद्दे भी उठाए गए। खास तौर पर, ट्रेंचिंग ग्राउंड को आबादी क्षेत्र से बाहर स्थानांतरित करने की मांग की गई। साथ ही, गीले और सूखे कचरे का अलग-अलग संग्रह, पहले से बने स्वच्छता नियमों का सख्ती से पालन, और नियम तोड़ने वालों पर जुर्माना लगाने की बात कही गई धरने में कई संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए और अपने विचार रखे। धरने में अशोक डालाकोटी, दिनेश उपाध्याय, रविंद्र सिंह खाती, भारती, भावना आदि शामिल रहे।





