दीपक अधिकारी


हल्द्वानी
हल्द्वानी में बुद्धपार्क में कल्कि सेना उत्तराखंड और सशक्त एकता उद्योग व्यापार मंडल के सदस्यों ने अंकिता भंडारी और कशिश की आत्मा की शांति के लिए कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने दोषियों को सख्त सजा दिलाने और बेटियों के साथ हिंसा रोकने के लिए सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग की।उदयमान वक्ताओं ने कहा कि बेटियां केवल आँकड़े नहीं हैं, और समाज का नफरत और अपराध के खिलाफ संघर्ष जारी रहना चाहिए। अंकिता भंडारी के न्याय को पूरा नहीं किया गया है और कशिश के आरोपी सुप्रीम कोर्ट से बरी होकर खुलेआम घूम रहे हैं, जो न्यायपालिका और समाज के लिए शर्म की बात है।कल्कि सेना के प्रतिनिधियों ने कहा कि अब वक्त है सिर्फ़ शोक का नहीं, बल्कि सशक्त संघर्ष का। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध रोकने के लिए दोषियों को सख्त से सख्त दंड, विशेषकर मृत्यु दंड, देना अनिवार्य होना चाहिए।कार्यक्रम में भुवन भट्ट, मोहन काण्डपाल, तेज सिंह कार्की, चंदन बिष्ट, रवि वाल्मीकि, सीमा बत्रा, बबीता हलदार, मंजू साह, बेबी गोयल सहित अन्य लोगों ने भाग लिया और मिलकर न्याय की मांग को आवाज़ दी।कल्कि सेना ने कसम खाई कि वे भविष्य में ऐसी घटनाओं के विरुद्ध लगातार संघर्षरत रहेंगी और बेटियों के पक्ष में आवाज़ उठाती रहेंगी।
