दीपक अधिकारी
हल्द्वानी
उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल से एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है, अल्मोड़ा जिले के दन्या क्षेत्र के नैनोली गांव में शनिवार की शाम एक ऐसी घटना घटी जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। 35 वर्षीय गोकुल भट्ट ने नशे के लिए पैसे को लेकर हुए विवाद में अपनी 62 वर्षीय मां गोपुली देवी की हत्या कर दी। आरोपी घटना के बाद फरार हो गया। महिला के पति लीलाधर भट्ट ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लिया और हत्या के आरोपी की तलाश शुरू की। रविवार को पुलिस ने गोकुल भट्ट को दन्या-अल्मोड़ा रोड़ से गिरफ्तार कर लिया।पुलिस जांच में सामने आया कि गोकुल नशे का आदी था और अक्सर अपनी मां से पैसे की मांग करता था। घटना वाले दिन पैसे को लेकर हुई कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया और उसने अपनी मां की जान ले ली। एसएसपी देवेंद्र पिंचा ने बताया कि आरोपी ने यह हत्या नशे की लत और पैसों के विवाद के चलते की। पुलिस टीम ने तत्परता से काम करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया। यह घटना न केवल एक परिवार के टूटने की कहानी है, बल्कि समाज के लिए भी एक कड़ी चेतावनी है। अल्मोड़ा में नशे का बढ़ता प्रकोप अब महामारी का रूप लेता जा रहा है। युवा वर्ग तेजी से स्मैक, चरस और गांजा जैसे नशीले पदार्थों की ओर आकर्षित हो रहा है। हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि कई किशोर, जो अभी स्कूल की पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पाए हैं, इन घातक आदतों के शिकार हो रहे हैं।नशे की लत न केवल परिवारों को तोड़ रही है, बल्कि समाज में हिंसा और अपराध की घटनाओं को भी बढ़ावा दे रही है। शिक्षा और रोजगार की संभावनाएं प्रभावित हो रही हैं, और युवाओं का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है. राज्य सरकार को इस समस्या की गंभीरता को समझते हुए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। नशीले पदार्थों की आपूर्ति पर सख्त प्रतिबंध लगाने, युवाओं को जागरूक करने और पुनर्वास केंद्र खोलने जैसे उपाय करने होंगे। इसके साथ ही समाज और परिवारों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। बच्चों की संगति और गतिविधियों पर ध्यान देना जरूरी है ताकि उन्हें समय रहते सही दिशा दी जा सके।