
दीपक अधिकारी

हल्द्वानी
कवल शर्मा को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 1 वर्ष का करावास व रुपये-51,10,000/- की सजा के आदेश में कोर्ट में हाजिर ना होना पड़ा भारी, हल्द्वानी पुलिस ने किया ग्रिफ्तार, वर्ष 2022 से पुलिस की पकड से फरार चल रहा था एसएसपी नैनीताल के कड़े रुख के कारण हल्द्वानी पुलिस टीम द्वारा दिनांक 7.6.2025 को माननीय न्यायालय हल्द्वानी द्वारा जारी वारण्टो में वारण्टी को अभियुक्त कवल शर्मा को सिटी मॉल कम्पाउण्ड रिंग रोड थाना अम्बोली अन्धेरी मुम्बई से गिरफ्तार किया गया जिसे बाद गिरफ्तारी के मा0 न्या0 पेश कराया जा रहा है कवल शर्मा पुत्र चमन लाल शर्मा निवासी द्वारा शवीना शर्मा कृष्णा 103 एवर साईन नगर रिंग रोड़ मलाड़ वैस्ट मुम्बई थाना शान्ताक्रुज मुम्बई, बॉलीवुड के हिन्दी फिल्म डायरेक्टर को गिरफ्तार किया गया इनके द्वारा अभी तक कुल 16 हिन्दी फिल्म बनाई है जिसमें पहली फिल्म जीते है शान से है तथा अन्य फिल्म हीरालाल पन्नालाल, नमक, जिम्मेदार, गुनाहो का देवता, उस्ताद, मर मिटेंगे, दिल्ली आई आदि है इनके द्वारा एक्टर संजय दत्त, गोविन्दा, मिथुन चक्रवर्ती, जितेन्द्र आदि अभिनेताओ के साथ काम किया है इनकी मुलाकात 2013 मे स्थानीय व्यापारी की सुपर माडल लङकी से हुई थी , उस समय कवल शर्मा की एक फिल्म दिल्ली आई रिलीज होने वाली थी कवल शर्मा के पास उस समय पैसे कम थे, उसने व्यापारी की सुपर माडल लङकी से 35 लाख रुपये उधार लिए, उक्त फिल्म रिलीज के दिन से 30 दिन के भीतर मुनाफे के साथ कुल 50 लाख रुपये वापस करने की डील के साथ लिए गये थे और उसको 50 लाख के चैक दिया था, पैसे न होने के कारण चैक बाउण्स हो गया।व्यापारी की सुपर माडल लङकी ने 2015 मे कवल शर्मा के खिलाफ कोर्ट मे वाद दायर किया, जिसमे कवल शर्मा को दिनांक 17-1-2019 को मा0न्यायालय अपर मुख्य न्यायिक मजि0 हल्द्वानी से 1 वर्ष का कारावास व 51,10,000/- जुर्माना की सजा हुई थीं कवल शर्मा के द्वारा सजा के विरुद्ध मा0 न्या0 जिला एवं सत्र न्यायाधीश महोदय नैनीताल मे अपील की और दिनांक 19.2.2019 को अपील जमानत ले ली गई जिसके लिए बन्धपत्र व दो जमानतीयो का जमानत पत्र भर कर न्यायालय को दिया गया था, न्यायालय द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश हल्द्वानी द्वारा दिनांक 9.5.2022 को कवल शर्मा की अपील को खारिज कर दी उसके बाद न्यायालय से कवल शर्मा के विरुद्ध काफी सम्मन, वारण्ट व मुम्बई के लोकल अखबार मे उसको बुलाने के लिए उद्घोषणा जारी हुए , परन्तु कवल शर्मा के पास पैसे न होने व जेल के डर के कारण न्यायालय के आदेशिकाओ का जानबूझ कर पालन नही कर पाया और न्यायालय के बुलाने पर भी कोर्ट में नही आया जिसके क्रम में माननीय न्यायालय के आदेश पर कोतवाली हल्द्वानी में एफआईआर पंजीकृत हुई। अभियुक्त कवल शर्मा द्वारा विवेचना में सहयोग न करने पर इसके विरुद्ध गैर जमानती वारण्ट जारी किया गया। जिसके कारण कवल शर्मा की ग्रिफ्तारी हुई।





