
दीपक अधिकारी

हल्द्वानी
देहरादून। बहुचर्चित The Loni Urban Multi State Credit and Thrift Cooperative Society Ltd (LUCC) घोटाले में उत्तराखंड पुलिस की सीबीसीआईडी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। राज्य के कई जिलों में निवेशकों से करोड़ों की ठगी करने वाले इस घोटाले में अब तक 06 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि अन्य की संपत्तियों को जब्त करने की कार्यवाही जारी है। LUCC के खिलाफ राज्य के देहरादून, पौड़ी, उत्तरकाशी, टिहरी और रुद्रप्रयाग में कुल आठ मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। इन मामलों में आरोप है कि संस्था ने आम लोगों को झूठे वादों और प्रलोभनों के जरिये बड़ी मात्रा में धनराशि जमा कराई और फिर गबन कर लिया।सीबीसीआईडी द्वारा इन मामलों में गहन जांच की जा रही है और गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र अदालत को सौंपा जा चुका है। जांच एजेंसी ने अब तक आरोपियों की कई संपत्तियों की पहचान कर ली है, जिन्हें खुर्द-बुर्द होने से बचाने के लिए जिलाधिकारी देहरादून, टिहरी और परिवहन विभाग को रिपोर्ट भेजी गई है।साथ ही गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों के आयुक्तों से भी आरोपियों की अन्य संपत्तियों की जानकारी मांगी गई है, ताकि उन्हें सीज या नीलाम करने की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा सके। सीबीसीआईडी ने मामले में लुकआउट सर्कुलर (LOC) और ब्लू कॉर्नर नोटिस भी जारी कराए हैं। वहीं, LUCC के पंजीकरण और निवेशकों को न्याय दिलाने के लिए केंद्रीय रजिस्ट्रार, कोऑपरेटिव सोसायटी और उत्तराखंड के निबंधक से भी पत्राचार किया गया है। आरोपियों के पासपोर्ट व अन्य दस्तावेजों की जानकारी भी जुटाई जा रही है। LUCC घोटाले से जुड़े दस्तावेज आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ED) को भी सौंपे गए हैं, ताकि आगे की कानूनी कार्यवाही तेज हो सके। जिला पुलिस भी इन मुकदमों में जरूरी कार्रवाई कर रही है। पुलिस मुख्यालय ने स्पष्ट किया है कि इस बड़े घोटाले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर कार्रवाई की जाएगी।





