
दीपक अधिकारी

हल्द्वानी
हल्द्वानी। नगर निगम चुनाव की सरगर्मियां अपने चरम पर पहुंच चुकी हैं। मंगलवार को हल्द्वानी की सड़कों पर भाजपा और कांग्रेस ने अपनी ताकत का जबरदस्त प्रदर्शन किया। भाजपा ने मेयर प्रत्याशी गजराज सिंह बिष्ट के समर्थन में बाइक रैली निकाली, तो वहीं कांग्रेस ने मेयर प्रत्याशी ललित जोशी के पक्ष में विशाल जनसभा और रैली का आयोजन कर हल्द्वानी को चुनावी रंग में रंग दिया। दोनों पार्टियों के इन शक्ति प्रदर्शनों ने नगर में माहौल गर्मा दिया है। भाजपा के मेयर प्रत्याशी गजराज सिंह बिष्ट के समर्थन में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शशांक रावत के नेतृत्व में एमबी इंटर कॉलेज से एक भव्य बाइक रैली निकाली गई। भारी संख्या में युवा कार्यकर्ताओं ने रैली में भाग लेकर भाजपा के समर्थन में अपना जोश और उत्साह दिखाया। रैली पूरे हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र में घूमी, जिसमें गजराज सिंह बिष्ट के साथ सांसद अजय भट्ट, निवर्तमान मेयर जोगेंद्र रौतेला और कई प्रमुख नेता चुनावी रथ पर मौजूद रहे। रैली को संबोधित करते हुए सांसद अजय भट्ट ने कहा, “युवाओं का यह उत्साह साबित करता है कि 23 जनवरी को हल्द्वानी में कमल खिलेगा।” मेयर प्रत्याशी गजराज सिंह बिष्ट ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके विरोधी फूट डालो और राज करो की राजनीति कर रहे हैं, लेकिन भाजपा का उद्देश्य समाज को एकजुट करना और सनातन धर्म के मूल्यों को बनाए रखना है दूसरी ओर, कांग्रेस ने अपने मेयर प्रत्याशी ललित जोशी के समर्थन में एक विशाल रैली का आयोजन किया। रैली ने ठंडी रोड से शुरू होकर नरीमन चौराहा, सिंधी चौराहा और देवलचौड़ तक तीन किलोमीटर का सफर तय किया। कांग्रेस के झंडों से सजी सड़कों और “बदलाव चाहिए” के नारों ने हल्द्वानी को कांग्रेसमय बना दिया। रैली में युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों ने भारी संख्या में भाग लिया। ललित जोशी ने अपने संबोधन में जनता से कहा, “यह चुनाव मैं नहीं, आप लड़ रहे हैं। पिछले दस वर्षों में हल्द्वानी ने जो खोया है, उसे वापस लाने के लिए कांग्रेस तैयार है। जाति और धर्म की राजनीति अब नहीं चलेगी। जनता विकास, रोजगार और बेहतर भविष्य के लिए कांग्रेस पर भरोसा कर रही है।” रैली में उमड़े जनसैलाब ने यह संदेश दिया कि जनता बदलाव चाहती है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपने-अपने मेयर प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार में जुटी हैं। जहां भाजपा युवाओं के जोश और अनुशासन का प्रदर्शन कर रही है, वहीं कांग्रेस मातृशक्ति, युवाओं और बुजुर्गों का समर्थन जुटाकर बदलाव की उम्मीद जता रही है। इन शक्ति प्रदर्शनों से यह साफ हो गया है कि हल्द्वानी की जनता विकास और बेहतर भविष्य को लेकर गंभीर है। 23 जनवरी को होने वाले मतदान में जनता का रुख तय करेगा कि हल्द्वानी का भविष्य किस दिशा में जाएगा। फिलहाल, दोनों पार्टियों के प्रदर्शन ने यह संकेत दे दिया है कि इस बार का चुनाव रोचक और ऐतिहासिक होने वाला है।




